Contents
- 1 सीख देने वाली हिंदी कहानी – एक कहानी जो दिल को छू जाएगी
- 1.1 हिंदी कहानी का नाम: एक बेटे की सीख (story in hindi with moral-1)
- 1.2 आज की कहानी: अंधा और चूहे का शेर (story in hindi with moral-2)
- 1.3 सुनहरा अंडा (Short story in hindi with moral – 3)
- 1.4 चरवाहा लड़का और भेड़िया(Short story in hindi with moral-4)
- 1.5 एक सबसे अच्छा दोस्त होना(Short story in hindi with moral-5)
- 1.6 सुअर और भेड़(Short story in hindi with moral-6)
- 1.7 समाप्ति
सीख देने वाली हिंदी कहानी – एक कहानी जो दिल को छू जाएगी
Short Story in Hindi with Moral:कहानियों में हमें हमेशा एक सीख देने वाला मोरल मिलता है(story in hindi with moral)। जिससे हमें जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए उपयोगी सीख मिलती है। इसी तरह आज हम आपको एक ऐसी हिंदी कहानी सुनाने जा रहे हैं जो आपके दिल को छू जाएगी और जिससे आप जीवन में कामयाबी प्राप्त करने के लिए उपयोगी सीख ले सकते हैं।
हिंदी कहानी का नाम: एक बेटे की सीख (story in hindi with moral-1)
एक गाँव में एक बूढ़ी महिला रहती थी जो अकेली रहती थी। उसके बच्चे दूर रहते थे जिसके कारण वह अकेली रहती थी। उसका एक बेटा था जो शहर में रहता था। उस बेटे के पास दूसरी महिला रहती थी जो बेटे को बहुत प्यार करती थी। उसे हमेशा बेटे से बात करना और उससे मिलना पसंद था।
(Short Story in Hindi with Moral)एक दिन, वह बूढ़ी महिला बेटे से मिलने शहर गई। उसने उसे दो घड़ियों के लिए सोना दिया। बेटे ने उसे धन्यवाद दिया और उसे उसकी याद में भेज दिया।
अगले दिन, उस बूढ़ी महिला ने अपने गाँव जाते समय रास्ते में उस सोने को बेचने का फैसला कर लिया। उसने सोचा कि यह सोना मेरे काम नहीं आएगा और मैं इससे अधिक फायदा नहीं उठा पाऊंगी। उसने सोने को बेच दिया और उस पैसे से अपने गाँव वापस लौट गई।
एक हफ्ते बाद, उस बेटे ने अपनी माँ से मिलने के लिए गाँव जाने का फैसला किया। उसने अपनी माँ से मिलने के बाद उससे पूछा कि उस सोने को क्या किया था। बूढ़ी महिला ने उससे कहा कि उसने उसे बेच दिया है। बेटे ने उससे पूछा कि आपने उस सोने को क्यों बेचा था। बूढ़ी महिला ने उससे यह कहा कि वह उसके काम में नहीं आएगा।
उस बेटे ने अपनी माँ से कहा कि आपको पता नहीं है कि सोना किस काम आता है। उसने उससे कहा कि सोना एक अनमोल धन है। आप इसका उपयोग करके अपने जीवन में बहुत सारा फायदा उठा सकते हैं।
इस हिंदी कहानी का मोरल यह है कि हमें किसी भी वस्तु को बिना सोचे समझे नहीं बेच क्योंकि यह हमारे भविष्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण हो सकता है। हमें समझना चाहिए कि कोई वस्तु अगर हमें इस समय उपयोगी नहीं लगती है तो इसका अर्थ यह नहीं है कि यह बदला नहीं जा सकता।
अगर हमें अच्छी तरह से सोच विचार करके कोई वस्तु बेचनी हो तो हमें उसके असली मूल्य का पता होना चाहिए। हमें समझना चाहिए कि उस वस्तु से हमें भविष्य में कैसे फायदा हो सकता है और यह हमारी जिंदगी में कैसे मददगार साबित हो सकता है।
इस हिंदी कहानी का मोरल यह है कि हमें हमारी असली मूल्य को समझना चाहिए और किसी भी वस्तु को बिना सोचे समझे नहीं बेचना चाहिए। हमें इसे दूसरों से बेहतर जानना चाहिए ताकि हम अपने जीवन में इससे बेहतर फायदा उठा सकें।
हिंदी कहानी का मोरल: वस्तु की असली मूल्य को समझें
इसी तरह की और दिलचस्प कहानियों को सुनने के लिए हमेशा अपने आस-पास के लोगों से बातचीत करें और बच्चों को भी इस तरह की कहानियों से परिचित कराएं।
आज की कहानी: अंधा और चूहे का शेर (story in hindi with moral-2)
एक गांव में एक अंधा रहता था। वह अपने घर के बाहर नीचे एक छोटे से होल में रहता था। उसे अपने पास कुछ भी नहीं था और उसका रोजमर्रा का काम होल से उठना और बैठना था। उसे कोई दोस्त भी नहीं था और उसे अकेलापन बहुत परेशान करता था।
एक दिन उसने सोचा कि वह दुनिया में अकेले नहीं है और उसे कुछ नया करना चाहिए। वह बहुत खुश था कि वह कुछ नया करने जा रहा है।
अगले दिन उसने घर के बाहर एक चूहे को खाने के लिए रखा और उसका इंतजार करने लगा। दो घंटे बाद, चूहा आया और अंधे के पास खाने को था।
अंधा चूहे को सुन लेता है लेकिन उसे दिखाई नहीं देता है। वह चूहे के पास जाकर उससे कहता है, “मैं तुम्हें सुनता हूँ, तुम मेरे बदले में खाने को हो, लेकिन मैं तुम्हें नहीं देख सकता हूँ। क्या तुम मुझे बता सकते हो कि तुम कौन हो?”
चूहा उसे बताता है कि वह एक चूहा है और वह भूख है। अंधा उससे पूछता है, “आपके पास कोई सबूत है कि आप वाकई एक चूहा हैं?” चूहे ने उत्तर देते हुए कहा, “जी हां, मैं एक चूहा हूँ।”
अंधा अचम्भित हो जाता है और उससे कहता है, “आप मुझसे बड़े हो, मैं सोचता था कि आप एक शेर होंगे। मुझे माफ़ कर दो।” चूहा मुस्कुराता हुआ अंधे के पास से निकल जाता है।
इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि हमें कभी भी किसी व्यक्ति को उसके व्यक्तित्व के आधार पर नहीं जाना चाहिए। हमें उसके कामों के आधार पर उसे जानना चाहिए।
मोरल: बाहरी समझ के आधार पर किसी को नहीं जाना चाहिए।
यह कहानी बच्चों को यह भी सिखाती है कि अपने साथियों से सहयोग करना बहुत जरूरी होता है। जो लोग अकेले होते हैं, वे अकेलापन से पीड़ित होते हैं।
यह कहानी हमें यह भी सिखाती है कि जितना बड़ा हम अपने आप को समझते हैं, उतना ही हमें दूसरों के बारे में समझना चाहिए। हमें हमेशा दूसरों के विचारों का सम्मान कर
जब बचपन में हम स्कूल जाते थे, तब हमें अक्सर हिंदी कहानियां सुनाई जाती थीं। ये कहानियां हमारे जीवन का एक अहम हिस्सा थीं, क्योंकि ये हमें सीख देती थीं और हमारे सोचने के तरीके को परिवर्तित कर देती थीं। आज के इस लेख में, हम एक ऐसी कहानी सुनेंगे जिससे आप अवश्य ही कुछ सीख पाएंगे। इस कहानी का नाम है “सच्चा सौदा”।
सुनहरा अंडा (Short story in hindi with moral – 3)
एक बार की बात है, एक किसान के पास एक हंस था जो हर दिन सोने का अंडा देता था। किसान उस अंडे को बेचकर अपने परिवार की रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त पैसा कमाता था। एक दिन, किसान ने सोचा कि अगर वह ऐसे और सुनहरे अंडे प्राप्त कर सकता है और बहुत पैसा कमा सकता है और एक अमीर व्यक्ति बन सकता है। किसान ने हंस को काटने और उसके पेट से सभी सुनहरे अंडे निकालने का फैसला किया। जैसे ही उन्होंने पक्षी को मार डाला और हंस का पेट खोला, उन्हें कोई अंडे नहीं मिले। मूर्ख किसान को एहसास हुआ कि उन्होंने लालच में अपने अंतिम संसाधन को नष्ट कर दिया था।
नैतिक(Moral): लालच आपके संसाधन को नष्ट कर देता है।
चरवाहा लड़का और भेड़िया(Short story in hindi with moral-4)
एक गांव में एक चरवाहा लड़का अपनी भेड़ों के झुंड को जंगल के पास खेतों में ले जाता था। उसे लगा कि यह काम बहुत सुस्त था और कुछ मज़ा करना चाहता था। एक दिन भेड़ों को चराते हुए, वह चिल्लाया, “भेड़िया! भेड़िया! भेड़िया एक मेमने को ले जा रहा है! आसपास के खेतों में काम करने वाले किसान मदद के लिए दौड़ते हुए आए, लेकिन उन्हें कोई भेड़िया नहीं मिला। लड़के ने हंसते हुए जवाब दिया, “यह सिर्फ मजेदार था। यहां कोई भेड़िया नहीं है।
लड़के ने कई दिनों तक बार-बार एक ही चाल चली। कुछ दिनों के बाद, जब चरवाहा लड़का भेड़ों के झुंड के साथ खेत में था, अचानक, पास के जंगल से एक भेड़िया निकला और मेमनों में से एक पर हमला कर दिया। लड़का डर गया और जोर से रोया, “भेड़िया! भेड़िया! भेड़िया एक मेमने को दूर ले जा रहा है! किसानों को लगा कि लड़का फिर से शरारत कर रहा है। इसलिए, किसी ने भी उस पर ध्यान नहीं दिया और उसकी मदद के लिए नहीं आया।
नैतिक: कोई भी झूठे पर विश्वास नहीं करता है, भले ही वे एक बार सच बोलते हों।
एक सबसे अच्छा दोस्त होना(Short story in hindi with moral-5)
शेख सुबुही द्वारा सबसे अच्छा दोस्त होना अंग्रेजी में सबसे अच्छी दोस्ती नैतिक कहानियों में से एक है। कहानी दो दोस्तों के बारे में है जो रेगिस्तान के माध्यम से घूम रहे थे। यात्रा के दौरान, वे किसी बात पर बहस करते थे, और एक दोस्त ने दूसरे को थप्पड़ मार दिया। जिस व्यक्ति को थप्पड़ मारा गया, वह अपने सबसे अच्छे दोस्त के इस इशारे से आहत था लेकिन उसने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। उसने चुपचाप रेत में लिखा, “आज मेरे सबसे अच्छे दोस्त ने मुझे थप्पड़ मारा।
कुछ समय बाद, उन्हें एक नखलिस्तान मिला और उन्होंने झील में स्नान करना शुरू कर दिया। अचानक, जिसे थप्पड़ मारा गया था, वह डूबने लगा। तभी उसका दोस्त उसे बचाने आया और उसे बचा लिया। डूबने से उबरने के बाद, उन्होंने एक पत्थर पर “आज मेरे सबसे अच्छे दोस्त ने मेरी जान बचाई” उत्कीर्ण की।
जिस दोस्त ने पहले थप्पड़ मारा था और बाद में अपने सबसे अच्छे दोस्त को बचाया था, उसने पूछा, “जब मैंने आपको थप्पड़ मारा, तो आपने रेत में लिखा, और अब, जैसा कि मैंने आपको बचाया, आप एक पत्थर पर लिखते हैं, क्यों? दूसरे दोस्त ने जवाब दिया, “मैंने रेत पर लिखा क्योंकि हमें किसी से आहत होने की भावना को लंबे समय तक नहीं रखना चाहिए। लेकिन, जब कोई हमारे लिए कुछ अच्छा करता है, तो हमें इसे हमेशा के लिए याद रखना चाहिए जैसे कि एक पत्थर पर उत्कीर्ण संदेश जिसे कुछ भी मिटा नहीं सकता है।
नैतिक: जीवन में होने वाली अच्छी चीजों को याद रखें, बुरी यादें नहीं
सुअर और भेड़(Short story in hindi with moral-6)
एक सुअर ने एक घास के मैदान में अपना रास्ता खोज लिया जहां एक चरवाहा भेड़ों का झुंड चर रहा था। चरवाहे ने सुअर को पकड़ लिया और उसे कसाई की दुकान की ओर ले गया जब वह जोर से रोने लगा और मुक्त होने के लिए संघर्ष करने लगा। भेड़ों ने सुअर से कहा, “चरवाहा हमें नियमित रूप से पकड़ता है और हमें ऐसे ही खींचकर ले जाता है, और हम कोई शोर नहीं मचाते हैं। सुअर ने जवाब दिया, “मेरा मामला और तुम्हारा मामला पूरी तरह से अलग है; वह आपको पकड़ता है और ऊन काटने के लिए ले जाता है, लेकिन वह चाहता है कि बेकन बनाने के लिए मुझे मार दिया जाए।
नैतिक(moral): उन्हें समझने के बिना दो स्थितियों की तुलना न करें
समाप्ति
कम उम्र के बच्चों को नैतिक मूल्यों का एक मजबूत आधार विकसित करना चाहिए जो उन्हें अच्छा इंसान बनने में मदद करता है। एक नैतिक कहानी अकादमिक पाठ्यक्रम और माता-पिता के सीखने का हिस्सा होना चाहिए। इन शिक्षाओं का व्यक्तिगत जीवन के साथ-साथ समाज पर भी गहरा प्रभाव पड़ेगा। अंत में, हम सुझाव देते हैं कि आप अपने बच्चों को अच्छे नैतिक मूल्यों को सिखाने के लिए नैतिकता के साथ अंग्रेजी में कम से कम एक नई कहानी पढ़ें।
FAQs:
- क्या हम इस कहानी के नाम को “सफलता का रहस्य” भी रख सकते हैं? उत्तर: नहीं, यह कहानी एक लोक कथा है जिसे “एक तलवार की दास्तान” नामक रखा जाता है।
- इस कहानी को हम अपने बच्चों को कब सुना सकते हैं? उत्तर: यह कहानी सभी उम्र के लोगों के लिए सुनाई जा सकती है, हालांकि यह बच्चों को अधिक लाभदायक होगी।
- क्या इस कहानी में कोई दुष्प्रेरणात्मक संदेश है? उत्तर: नहीं, यह कहानी एक सकारात्मक संदेश को दर्शाती है कि अच्छाई हमेशा बुराई से जीतती है।
- क्या इस कहानी को अपने दोस्तों के साथ साझा किया जा सकता है? उत्तर: हां, इस कहानी को आप अपने दोस्तों के साथ साझा कर सकते हैं।
- क्या इस कहानी में क
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